सोमवार, 8 जुलाई 2019

मग अन्य भी हैं।

मैं ने बहुत दिनों से अपने इतने पुराने ब्लाग पर कुछ भी पोस्ट नहीं किया। यह अकारण नहीं था। इसके पी छे बहुत बड़ा कारण रहा।
दरसल मेरी पूरी समझ को ही चुनौती दे दी गयी। यह चुनौती भी मुझे 2 बार मिली। चुनौती यह कि मग शब्द को केवल ब्राह्मणोे के एक समूह विशेेष तक के सीमित मानना उचित नहीं है। मग अन्य भी हैं। रूारूा बिहार से रजक घोबी समुदाय के लिए ब्लाग चलाने वाले एक महानंभाव ने इसी ब्लाग पर टिप्पणी कर कहा कि मग तो रजक होते हैं आप इसे केवल ब्राह्मणों तक के लिए सीमित कैसे कर सकते हैं?

मेरे लिए यह जानकारी पूरी तरह नई थी। जैसा कि मैं ने पहले भी वादा किया था कि पसंद नासपसंद से अलग रह कर यहां केवल तथ्यात्मक जानकारियां ही मिलेंगी। इस सूचना के बाद एक नए शोध की अनिवार्यता हो गई । मैं उसमें जब लगा तो माथा और चकराया। केवल धोबी ही नहीं मग शब्द पर कई अन्यों की भी दावेदारी है।
इस दृष्अि से बात आगे भी होग।